Pushpa 2: भिनेता सिद्धार्थ का इशारा फिल्म ‘पुष्पा 2’ के लिए पटना में जुटाई गई भीड़ की तरफ था। इस भीड़ को जुटाने के लिए खाने-पीने के मुफ्त इंतजाम से लेकर दिहाड़ी मजदूरों तक के इंतजाम किए जाने की बात सामने आती रही है।
अपनी नई फिल्म ‘मिस यू’ के प्रचार के दौरान जब अभिनेता सिद्धार्थ से इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “भारत में भारी भीड़ का इकट्ठा होना आम बात है और जरूरी नहीं कि यह गुणवत्ता का प्रतीक हो । भीड़ तो जेसीबी से होने वाली खोदाई देखने के लिए भी जुट जाती है।
‘अल्लू अर्जुन को देखने के लिए जुटी भी भीड़’
कुछ नया हो रहा हो तो लोग कौतूहलवश वहां पहुंच जाते हैं, लेकिन भीड़ जुटने का मतलब उन सबका वहां जो कुछ हो रहा है, उससे ताल्लुक होना जरूरी नहीं है। बिहार में लोगों की भीड़ कोई असाधारण बात नहीं है, लेकिन अगर इसी भीड़ का आकार गुणवत्ता के साथ समर्थन में बदल जाए तो हर राजनीतिक दल चुनाव जीत जाएगा। ऐसी भीड़ तो मुफ्त का खाना खाने के लिए भी जुट सकती है। जहां जेसीबी देखने लोग जुट जाते हों, वहां अल्लू अर्जुन को देखने के लिए लोगों का इकट्ठा हो जाना कौन सी बड़ी बात है।”
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‘देवरकोंडा भी अपनी फिल्म के लिए पहुंचे थे बिहार’
गौरतलब है कि इसके पहले साउथ अभिनेता विजय देवरकोंडा ने भी अपनी फिल्म ‘लाइगर’ के लिए बिहार में प्रचार किया था। वहां से लौटने के बाद कहा था, “भीड़ जुटने का मतलब फिल्म का कारोबार बढ़ने से कतई नहीं होता है। फिर भी फिल्म निर्माता सितारों को शहर शहर क्यों घुमाते हैं और इसका फिल्म कारोबार पर क्या असर होता है, यह मैं भी समझना चाहता हूं।” फिल्म ‘लाइगर’ रिलीज के पहले हफ्ते में ही फ्लॉप घोषित हो गई थी।