उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में काशीदास पूजन के दौरानदर्दनाक हादसा हो गया। पंडाल बनाते समय बिजली के तार की चपेट में आने से एक सिपाही, उसके भाई सहित 4 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 3 अन्य गंभीर रूप से झुलस गए। यह घटना जिला मुख्यालय से लगभग 45 किलोमीटर दूर मरदह थाना क्षेत्र के नरवर गांव में घटी।
7 लोग करंट की चपेट में आए
जानकारी के अनुसार, हादसा उस समय हुआ जब पूजन के लिए मंडप तैयार किया जा रहा था। तभी एक गीला बांस ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन बिजली की लाइन से छू गया। इसकी वजह से बांस पकड़े हुए सात लोग करंट की चपेट में आ गए।अचानक हुए इस हादसे से मौके पर अफरा-तफरी मच गई। कुछ युवकों ने हिम्मत दिखाते हुए डंडे की मदद से करंट की चपेट में आए लोगों को छुड़ाने की कोशिश की, तब तक 7 लोग करंट की चपेट में आ गए थे। आसपास के लोग तुरंत झुलसे हुए लोगों को नजदीकी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने 4 को मृत घोषित कर दिया।
काशीदास बाबा की पूजा की चल रही थी तैयारियां
गाजीपुर के नरवर गांव में पंथी सुरेंद्र यादव के घर काशीदास बाबा के पूजन की तैयारियां चल रही थीं। घर के बाहर केले और बांस से पूजा का मंडप बनाया जा रहा था। एक बड़े बांस पर धार्मिक झंडा लगाया जाना था, जिसे सुबह ही खड़ा कर दिया गया था।
बांस हाईटेंशन लाइन से टकराया
ग्रामीणों के मुताबिक, “सुबह करीब 7:30 बजे पंडित सुरेंद्र यादव ने कहा कि झंडे में आम की पल्लव लगानी है। इसके लिए बांस को नीचे उतरा गया। इसके बाद उसमें आम की पत्तियां लगाई गईं। इसके बाद जब दोबारा बांस को खड़ा किया गया, तभी हरा बांस ऊपर से गुजर रही 4 लाख वोल्ट की हाईटेंशन लाइन से टकरा गया।
लाइनमैन को फोन कर बंद करवाई गई बिजली आपूर्ति
बांस को करीब 10 लोगों ने पकड़ा हुआ था। जैसे ही झटका लगा, बांस बीच से जलकर टूट गया। इससे दो-तीन लोग तुरंत अलग हो गए, लेकिन 7 लोग करंट की चपेट में आ गए। हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि 3 झुलस गए। सूखे डंडों की मदद से बांस को हाईटेंशन लाइन से हटाया गया और फिर लाइनमैन को फोन करके बिजली आपूर्ति बंद करवाई गई। हादसे के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई।
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सिपाही और उसके सगे भाई की मौत
एसडीएम कासिमाबाद संजय यादव ने बताया कि हादसे के बाद घायलों को मऊ के फातिमा अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने छोटेलाल यादव (35), रविंद्र यादव उर्फ कल्लू (29), गोरख यादव (23) और अमन यादव (19) को मृत घोषित कर दिया। रविंद्र और गोरख यादव सगे भाई थे। वहीं, नरवर गांव के अभिरिक (16), संतोष (32) और जितेंद्र यादव (30) का मऊ के फातिमा अस्पताल में इलाज चल रहा है।
सीएम ने लिया हादसे का संज्ञान
सीएम योगी ने हादसे का संज्ञान लिया है। उन्होंने अफसरों को तुरंत मौके पर पहुंचने को कहा है। साथ ही घायलों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।